
Udham Singh Nagar News: उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जनपद के जिला मुख्यालय रुद्रपुर के इंद्रा चौक पर स्थित मजार को प्रशासन द्वारा 22 अप्रैल को सुबह लगभग तीन बजे के आसपास ध्वस्त कर दिया था. सुबह होते होते डामर की सड़क बनने के बाद आवाजाही शुरू कर दीं. इसके बाद कुछ लोग इस मामले को लेकर हाईकोर्ट चले गए. शाम तक हाईकोर्ट ने तत्काल प्रभाव से मजार को बेरिकेट के माध्यम से बंद कर आवाजाही पर रोक लगा दी.
हाईकोर्ट में तीन दिन चली सुनवाई के बाद शुक्रवार को हाईकोर्ट ने मजार वाले स्थान से मिट्टी निकालकर सुरक्षित स्थान पर रखने के निर्देश दिए, हाईकोर्ट के निर्देश के बाद प्रशासन ने चारों तरफ सौ मीटर रोड को एक घंटे से अधिक समय के लिए जीरो जोन घोषित कर दिया. प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी में मजार वाले स्थान से मिट्टी को एकत्र कर उसे एसडीएम कार्यालय के मालखाने में सुरक्षित रख दिया गया.
प्रशासन ने ध्वस्तीकरण के बाद डामरीकरण सड़क बना दी
उधम सिंह नगर जिले के जिला मुख्यालय रुद्रपुर के इंद्रा चौक के निकट स्थित मजार को पुलिस प्रशासन और एनएचएआई की टीम ने मंगलवार सुबह लगभग तीन बजे आसपास ध्वस्त करने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया था. कुछ घंटों के भीतर पूरी मजार जमींदोज हो गई. प्रशासन ने ध्वस्तीकरण के बाद उस स्थान पर डामरीकरण सड़क बना दीं. और रास्ते को आम लोगों के लिए खोल दिया गया.
इस मामले को लेकर कुछ लोग हाईकोर्ट गए. हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए मंगलवार की शाम को ही मजार वाले स्थान पर तत्काल बेरिकेट कर आवाजाही रोकने के आदेश दिए. हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन फिर हरकत में आ गया और पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में मजार वाले स्थान को बेरिकेट किया था. हाईकोर्ट में तीन दिन की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने शुक्रवार मजार वाले स्थान से मिट्टी निकालकर सुरक्षित स्थान पर रखने के निर्देश दिये थे.
मजार वाले स्थान की मिट्टी नीले ड्रम में एकत्र
हाईकोर्ट के निर्देश के बाद प्रशासन की टीम ने चारों तरफ सड़क को सौ मीटर पहले ही जीरो जोन घोषित कर एडीएम पंकज उपाध्याय, एसपी सिटी उत्तम सिंह नेगी, एसएलओ कौस्तुभ मिश्रा, एसडीएम मनीष बिष्ट, तहसीलदार मनीष कुटौला समेत पुलिस और प्रशासन के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे.
वहीं मजार प्रबंधन की तरफ से शादाब मियां की मौजूदगी में जेसीबी की मदद से मजार वाले स्थान से मिट्टी को निकलकर नीले ड्रम में एकत्र कर एसडीएम कार्यालय के मालखाने में सुरक्षित रख दिया गया है. इसके बाद प्रशासन द्वारा गड्ढे को भरकर डामरीकरण कर यात्रा को सुचारू ढंग से शुरू कर दिया गया.
हाईकोर्ट के निर्देश के बाद की गई कार्रवाई
प्रशासन द्वारा मजार वाले स्थान पर मिट्टी निकलने से पहले चारों तरफ की सड़क को जीरो जोन घोषित कर दिया था. 100 मीटर की दूरी पर बैरिकेड लगाकर पुलिसकर्मी को तैनात कर दिया गया था, ताकि कोई भी व्यक्ति जीरो जोन में ना जाएं. मिट्टी को शिफ्ट करने के बाद रास्ते को खोल दिया गया, तब जाकर राहगीरों ने राहत की सांस ली.
हाईकोर्ट के निर्देश के बाद मजार वाले स्थान पर मिट्टी निकालकर शिफ्ट करने की प्रक्रिया के दौरान वहां कई थानों की फोर्स मौजूद थी. पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया गया, और प्रशासन ने पूरी कार्रवाई के दौरान ड्रोन से निगरानी की.
डीएम पंकज उपाध्याय ने बताया कि रुद्रपुर के इंद्रा चौक पर मजार वाले स्थान पर दस फुट खुदाई कर मिट्टी को ड्रम में रखकर सील कर दिया गया है. सील ड्रम को ट्रेजरी में रखा गया हैं. वक्फ बोर्ड के सीईओ से पत्राचार कर सात दिनों में वक्फ बोर्ड की किसी उपयुक्त जमीन पर इसका सम्मान पूर्वक निस्तारण करने को कहा गया है. वह जमीन राज्य सरकार की ना हो. इस पूरी कार्रवाई की रिपोर्ट, ड्रम को ट्रेजरी में रखने की फोटो सब हाईकोर्ट में भेजी गई है.