
Hand wash Importance in HMPV : भारत में सांस से जुड़े वायरस HMPV के केस लगातार बढ़ रहे हैं. इससे बचने के लिए हेल्थ एक्सपर्ट्स इम्यून सिस्टम मजबूत बनाने और हाथों को सही तरह साफ करने की सलाह दे रहे हैं. उनका कहना है कि प्रॉपर हैंड वॉश कर इस वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर साबुन या हैंड वॉश से हाथ धोने से ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस से कैसे बच सकते हैं.
दरअसल, बचपन से ही हमें हाथ धोने की नसीहत मिलती रही है. क्योंकि जाने-अनजाने में हानिकारक बैक्टीरिया कब शरीर में पहुंच जाते हैं, इसका पता ही नहीं चल पाता है. हाथ धोने से इनका संक्रमण नहीं होता है. एचएमपीवी जैसे वायरस से भी बच सकते हैं. ऐसे में चलिए जानते हैं एचएमपीवी से बचने के लिए बार-बार हाथ धोना क्यों जरूरी है और हैंड वॉश का सही तरीका क्या है…
हाथ धोना क्यों जरूरी है
1. साबुन और पानी से बार-बार हाथ धोने से हानिकारक बैक्टीरिया, खतरनाक वायरस और अन्य कीटाणु हाथों से खत्म हो जाते हैं, जिससे इनके शरीर में पहुंचने का खतरा कम हो जाता है.
2. हाथों से हम कई तरह की सतहें, डोर हैंडल, फोन, लैपटॉप के कीबोर्ड छूते हैं, जो बैक्टीरिया की जगहें होते हैं, इनसे इंफेक्शन फैल सकते हैं. हाथ धोने से इसका जोखिम कम रहता है.
3. बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर इम्यूनिटी वाले एचएमपीवी इंफेक्शन के प्रति ज्यादा सेंसेटिव होते हैं. ऐसे में उनके हाथों कीसही साफ-सफाई उन्हें स्वस्थ रहने में मदद करता है.
हाथों को साफ कैसे रखें
1. नियमित तौर पर हाथों को सही तरह धोएं.
2. कम सेकम 20 सेंकेंड तक साबुन और पानी से हाथ साफ करें.
3. खाने से पहले, खांसने या छींकने के बाद और गंदी जगहों पर हाथ लगाने के बाद उसकी साफ-सफाई जरूर करें.
4. हर जगह साबुन से हाथ नहीं धो सकते हैं, इसलिए हैंड सैनिटाइजर का भी इस्तेमाल करें.
5. बच्चों को हाथ धोने का सही तरीका सिखाएं, उन्हें हैंड हाइजनी के फायदे बताएं.
हाथों को कब-कब धोना चाहिए
1. खाना खाने और बनाने से पहले और बाद में हाथों को जरूर धोना चाहिए.
2. शौच जाने के बाद या बाथरूम यूज करने के बाद.
3. खांसने, छींकने या नाक साफ करने के बाद
4. दूसरे की इस्तेमाल चीजें छूने के बाद
5. किसी बीमार की देखभाल करने या दवा देने के बाद हैंड वॉश जरूर करें.